मनमीत के अंतिम संस्कार के अवसर पर शराबी भगवंत मान के व्यवहार की पंजाब कांग्रेस ने की निंदा
चंडीगढ़, 5 नवंबर: आम आदमी पार्टी के नेता व संगरूर से सांसद भगवंत मान का शराबी होकर लोगों के साथ दुव्र्यवहार करने का भेद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा और इन्होंने अब अंतिम संस्कार के दर्दनाक अवसर को भी नहीं बख्शा है।
इस क्रम में शुक्रवार को मान द्वारा लगातार परिवार व यहां तक कि वहां मौजूद मीडिया वालों के साथ दुव्र्यवहार करने के बाद गायक मनमीत अलीशेर के परिवार द्वारा वहां से जबरन निकाला गया, जिसे बीते दिनों आस्टे्रलिया में जलाकर मार दिया गया था।
यहां जारी बयान में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि इस घटना से तुरंत बाद सोशल मीडिया में वायरल हुई वीडियो में साफतौर पर नजर आता है कि आप नेता को बिल्कुल होश नहीं था। इस दौरान गिरते व लडख़ड़ाते मान शराब के नशे में प्रतीत हेा रहे थे, जो इसलिए बदनाम हैं। शनिवार सुबह आई मीडिया की खबरों में भी मान के शराब व्यवहार की जानकारी दी गई हे, जो उस दु:ख के अवसर पर भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आए।
इस अवसर पर बयान में यह भी कहा गया है कि शराब के नशे में लोगों के साथ दुव्र्यवहार करना मान की आदत बन गई प्रतीत होती है। जो एक गंभीर सियासतदान व आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान एक उम्मीदवार समझे जाने के लायक नहीं हैं।
प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने मीडिया की रिपेार्टस का जिक्र करते हुए कहा कि मान उस अवसर पर मनमीत के परिवारिक मामलों में जबरदस्ती दखल देने के अलावा, घर से बाहर जाते हुए लडख़ड़ा भी रहे थे। इससे साफ है कि एक बार फिर से मान ने संभावित तौर पर नशे की हालत में लोगों के मध्य खुद का मजाक बनाया है। जिस संबंधी वीडियो साफ दिखाती है कि मान अपने नियंत्रण में नहीं थे और स्पष्ट था कि वह शराब के नशे में थे।
प्रदेश कांग्रेस के नेताओं केवल सिंह ढिल्लों, मोहम्मद सदीक व हरचंद कौर ने कहा कि मान के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ है और यह आप में नेतृत्व का बताता है। स्पष्टतौर पर आप के पास कोई काबिलियत नहीं है, जिस पर वह दावा कर सके।
पार्टी नेताओं ने खुलासा किया कि सिर्फ एक साल पहले पुलिस फायरिंग के दौरान मारे गए दो लोगों की शोक सभा के दौरान मान को जबरदस्ती निकाला गया था, जिनको उस वक्त एक पूर्व ग्रंथी ने कथित तौर पर शराबी पाया था। इसी साल, संसद में उनके साथी ने यहां तक कि स्पीकर को उसकी सीट बदलने के लिए कह दिया था, क्योंकि वह मान को सदन में शराब की हालत में पाते थे। स्पीकर को अपील करते हुए आप के हरिंदर सिंह खालसा ने कहा था कि शराबी मान के साथ बैठने वाले व्यक्ति पर यह अत्याचार है. . . वह एक सिख हैं, जो प्रार्थना करने के बाद संसद में आते हैं। लेकिन साथ वाली सीट से शराब की बदबू आना, उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करता है, जिस कारण उन्हें परेशानी होती है।
इसी तरह, मान का मीडिया के साथ झगड़ा भी बहुत बदनाम है। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने उस घटना का जिक्र किया, जब वह शुक्रवार को मनमीत के घर में मीडिया वालों को बरस पड़े थे और सितंबर 2016 को भी उनका मीडिया के साथ टकराव हो गया था, जब उन्होंने पार्टी वलंटियरों को मीडिया को फतेहगढ़ साहिब में रैली वाले स्थान से बाहर निकालने के आदेश दिए थे। जिसके बाद पार्टी वलंटियरों ने पत्रकारों के साथ मारपीट की थी अैर उनके कैमरे छीनने का प्रयत्न किया था।
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