पूर्व सैनिक सूबेदार राम किशन को शहीद का दर्जा देने का किया समर्थन
चंडीगढ़, 5 नवंबर: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने अरविंद केजरीवाल पर पंजाब का मुख्यमंत्री बनने का अपना सपना पूरा करने के लिए ड्रामा रचने का आरोप लगाया है, जिन्होंने शनिवार को आप नेता के साथ-साथ अकाली नेता प्रकाश सिंह बादल को राज्य विधानसभा चुनावों के किसी भी मुद्दे पर खुलेआम बहस करने की चुनौती दी है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने केजरीवाल पर भगौड़ा होने व दूसरों के सहारे बहस से भागने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बतौर मुख्यमंत्री का चाह्वान, उनके अंदर दूसरों को आगे करने की बजाय, सीधे तौर पर मेरा मुकाबला करने की हिम्मत होनी चाहिए। केजरीवाल ने पहले खुद पंजाब के साथ संबंधित न होने की बात कहकर, कैप्टन अमरेन्द्र के साथ बहस करने के लिए चार नेताओं को आगे किया था।
इस दौरान कैप्टन अमरेन्द्र ने केजरीवाल के दावों को सिरे से खारिज किया कि वह चूंटी भर भी पंजाब का मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते। कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि आप नेता की पंजाब में आंख से यह साफ नजर आता है, जो सिर्फ पंजाब के लोगों को धोखा देने के लिए दावे कर रहे हैं।
जबकि कांग्रेस-भाजपा के मध्य सांठगांठ बारे केजरीवाल के आरोपों के संबंध में एक सवाल के जवाब में कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि बादल के शासन के दौरान वह बीते 10 सालों से अदालतों के चक्कर काट रहे हैं। क्या यह सांठगांठ की ओर इशारा करता है? उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वह सत्ता में वापिस आने के बाद बादल को बचकर नहीं जाने देंगे। कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि जो हमने पहले किया था, एक बार फिर से करेंगे और बादल को उनकी जगह दोबारा से पहुंचाएंगे।
सूबेदार (रिटा) राम किशन गरेवाल को शहीद का दर्जा देने संबंधी एक सवाल, जिनके द्वारा ओ.आर.ओ.पी के मुद्दे पर आत्महत्या ने पूरे देश में गुस्सा भर दिया है, के जवाब में कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि वह पूरी तरह से उनको शहीद का दर्जा देने के पक्ष में हैं। उन्होंने अपने भाईचारे के लिए अपनी जान दी है और उनको बनता सम्मान मिलना चाहिए, जो एक शहीद को मिलता है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि रक्षा मंत्रालय के दावों के विपरीत ओ.आर.ओ.पी को कहीं भी लागू नहीं किया गया है। बल्कि वास्तव में 7वें पेश कमिशन के अधीन न सिर्फ रक्षा सेनाओं, बल्कि अद्र्धसैनिक बलों की भी पैंशनें कम कर दी गई हैं।
एक सवाल के जवाब में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने दोहराया कि वह पहले ही नवजोत सिंह सिद्धू पर अपना पक्ष साफ कर चुके हैं। वह पहले ही उनका स्वागत कर चुके हैं।
पंजाब में पराली जलाए जाने कारण दिल्ली में प्रदूषण होने बारे एक सवाल के जवाब में कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि इसका एकमात्र हल स्वामीनाथन कमेटी की रिपेार्ट लागू करन है। राज्य के ज्यादातर किसान छोटे स्तर के हैं और अपनी आमदन में बढ़ोतरी करने हेतु वे पराली जलाते हैं। यदि एक बार उनकी आमदन बढ़ जाएगी, तो पराली जलाने की समस्या खुद खत्म हो जाएगी। जिन्होंने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पर किसानों व अन्य वर्गों के लोगों के साथ किए गए वायदों से पलटने का आरोप लगाया और कहा कि वह सत्ता में आने के बाद भ्रष्ट अकाली नेता को नहीं बख्शेंगे।
इससे पहले कैप्टन अमरेन्द्र ने 300 से अधिक आप समर्थकों समेत युवा अकाली दल के मालवा के प्रवक्ता का पंजाब कांग्रेस में भारी नारेबाजी के बीच स्वागत किया। वह रामगढिय़ा विश्वकर्मा फ्रंट पंजाब के एक शिष्टमंडल के अलावा, ऑल इंडिया रिटेलर्ज फैडरेशन के एक शिष्टमंडल से भी मिले और उनकी समस्याएं सुनीं। जिन्होंने उनकी समस्याएं सुलझाने हेतु हर मुमकिन समर्थन देने का भरोसा दिया।
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