उत्तराखंड के हरिद्वार की रहने वाली सृष्टि गोस्वामी राष्ट्रीय बालिका दिवस (24 जनवरी) पर एक दिन के लिए राज्य की मुख्यमंत्री बनेंगी। एक दिन के कार्यकाल में सृष्टि राज्य के विकास कार्यों की समीक्षा करेंगी। हरिद्वार के दौलतपुर गांव की रहने वाली सृष्टि बीएसएम पीजी कॉलेज, रुड़की से बीएससी एग्रीकल्चर कर रही हैं। सृष्टि रविवार को उत्तराखंड सरकार की योजनाओं की समीक्षा करने से पहले मुख्यमंत्री ऑफिस का काम भी देखेंगी। इस दौरान अलग-अलग विभागों के अधिकारी 5-5 मिनट के प्रजेंटेशन देंगे। सृष्टि रविवार को उत्तराखंड सरकार की योजनाओं की समीक्षा करने से पहले मुख्यमंत्री ऑफिस का काम भी देखेंगी। इस दौरान विभागीय अधिकारी अपने कामों की प्रस्तुति देंगे और सृष्टि उन्हें अपने सुझाव देंगी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। उत्तराखंड विधानसभा भवन के एक सभागार में रविवार को यह कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक आयोजित होना है।


सीएम बनाने का क्या है उद्देश्य


उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी के मुताबिक़ उत्तराखंड सरकार की ओर से सृष्टि को एक दिन का मुख्यमंत्री बनाने की इस पहल का मक़सद ‘लड़कियों के सशक्तिकरण को लेकर जागरूकता फ़ैलाना है।’ इससे पहले सृष्टि को मई 2018 में उत्तराखंड बाल विधान सभा का मुख्यमंत्री चुना गया था। उत्तराखंड में बाल विधानसभा गठन का कार्यक्रम बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से आयोजित किया जाता है जिसमें प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से कई छात्र भागीदारी करते हैं और अपनी विधानसभा का संचालन करते हैं।


2019 में गर्ल्स इंटरनेशनल लीडरशिप में शामिल होने थाईलैंड गई थीं


उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत देहरादून में बाल विधान सभा के सेशन के दौरान सृष्टि को एक दिन के लिए CM बनाएंगे। सृष्टि 2019 में गर्ल्स इंटरनेशनल लीडरशिप में शामिल होने थाईलैंड गई थीं। 2018 में वे उत्तराखंड में चाइल्ड असेंबली की कानून निर्माता (लॉमेकर) चुनी गई थीं। सृष्टि के पिता प्रवीण गांव में ही दुकान चलाते हैं और मां सुधा आंगनबाडी कार्यकर्ता हैं।


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